27 अगस्त 2025 गणेश चतुर्थी 2025 का दिन अपने अति खास महत्व के कारण हर भक्त के मन में एक अलग ही उत्साह लेकर आता है। यह दिन न केवल गणपति की स्थापना का प्रतीक है, बल्कि घर-आंगन में खुशहाली और समृद्धि की शुरुआत भी माना जाता है। आप जब बप्पा को घर बुलाने की तैयारी कर रहे होते हैं, तो यह जानना जरूरी हो जाता है कि किन-किन चीजों को घर से हटाया जाना चाहिए ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे। गणेश चतुर्थी 2025 पर घर के वातावरण को शुभ और पवित्र बनाने के लिए कुछ खास नियमों और मान्यताओं का पालन आवश्यक होता है। इन्हीं नाजुक और महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देकर आप बप्पा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। क्या आप जानते हैं कि वास्तु के अनुसार किन वस्तुओं को गणपति आगमन से पहले हटाना चाहिए और किस तरह से घर में नकारात्मक ऊर्जा को खत्म किया जा सकता है? इस साल 27 अगस्त को गणपति स्थापना क्यों और कैसे मनानी चाहिए, इसकी जानकारी आपके उत्सव को और भी मनोहारी और सफल बना सकती है। तो चलिए, इस शुभ अवसर को बनाएं और भी खास!
Table of Contents
- गणेश चतुर्थी 2025: 27 अगस्त को क्यों खास है स्थापना?
- वास्तु के अनुसार, गणपति आगमन से पहले घर से हटा दें ये अशुभ वस्तुएं
- बेकार सामान और नकारात्मकता को दूर कर घर में लाएं बप्पा का आशीर्वाद
गणेश चतुर्थी 2025: 27 अगस्त को क्यों खास है स्थापना?
भगवान गणेश, जिन्हें सभी शुभ कार्यों की शुरुआत में प्रथम पूज्य देव के रूप में पूजा जाता है, का महत्व अत्यंत गहरा है। हर वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हर्षोल्लास के साथ गणेश चतुर्थी का पावन पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यह उत्सव 27 अगस्त 2025, बुधवार को मनाया जाएगा, जो गणपति की स्थापना के लिए एक विशेष अवसर है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में टूटी-फूटी या बहुत पुरानी मूर्तियां रखना अशुभ माना जाता है, क्योंकि यह जीवन में बाधाएं और कठिनाइयां ला सकता है। ऐसे मूर्तियों को श्रद्धा पूर्वक बहते जल में विसर्जित करना चाहिए ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।
गणेश चतुर्थी पर गणपति की स्थापना के पहले घर से बेकार और टूटे हुए सामान को हटाना अनिवार्य होता है। यह नकारात्मकता को दूर कर घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और भगवान बप्पा का आशीर्वाद निरंतर बना रहता है। इसलिए, इस खास दिन पर स्थापना के महत्व को समझना तथा सही विधि का पालन करना आवश्यक होता है। आइए जानते हैं कि 27 अगस्त 2025 की यह स्थापना क्यों विशेष बनी हुई है और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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शुभ मुहूर्त और स्थापना विधि
गणेश चतुर्थी पर गणपति स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक होता है। इस बार 27 अगस्त 2025 को सुबह 11:04 बजे से दोपहर 01:38 बजे तक का अभिजीत मुहूर्त बहुत ही शुभ माना गया है, जो स्थापना के लिए सर्वोत्तम समय है। इसके अतिरिक्त सुबह 06:00 बजे से 07:30 बजे तक का समय भी शुभ मुहूर्त में शामिल है। स्थापना के दौरान गणपति की मूर्ति को साफ और पवित्र वस्त्र पर रखा जाता है। इसके बाद षोडशोपचार विधि से पूजन किया जाता है, जिसमें गणपति को स्नान, वस्त्र अर्पण, धूप-दीप दिखाना और नैवेद्य चढ़ाना शामिल है। मंत्रों के उच्चारण के साथ यह पूजा पूरी हो तो घर में समृद्धि और खुशहाली आती है।
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स्थापना से पूर्व ध्यान रखने योग्य बातें
- घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों का तोरण जरूर लगाएं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो।
- घर में नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने हेतु गौमूत्र या गंगाजल का छिड़काव करें।
- टूटी-फूटी या खंडित मूर्तियों को घर से हटा कर किसी पवित्र नदी में विसर्जित करें।
- पुराने और बेकार सामान को घर से बाहर निकालें, क्योंकि ये नकारात्मकता का कारण बन सकते हैं।
- गणपति की स्थापना के लिए घर में एक साफ-सुथरा और पवित्र स्थान निर्धारित करें।
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27 अगस्त 2025, बुधवार का महत्व
इस वर्ष गणेश चतुर्थी 27 अगस्त 2025, जो कि बुधवार के दिन पड़ रही है, अपनी विशेष महत्ता लिए हुए है। बुध का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है, जिससे इस दिन की गणपति स्थापना का महत्व और भी बढ़ जाता है। ऐसा माना जाता है कि बुधवार को गणपति की पूजा करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं और हर कार्य सफल और निर्बाध रूप से पूरा होता है। इस दिन विशेष ध्यान दें कि घर की साफ-सफाई और सकारात्मक वातावरण मौजूद हो। यह सभी के लिए सुख-समृद्धि और खुशी लेकर आता है।
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वास्तु के अनुसार, गणपति आगमन से पहले घर से हटा दें ये अशुभ वस्तुएं
भगवान गणेश को सभी शुभ कार्यों की शुरुआत में प्रथम पूज्य देव माना जाता है। हर वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को, यानी इस वर्ष 27 अगस्त 2025, बुधवार को गणेश चतुर्थी बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। मान्यता है कि गणपति की स्थापना से पहले यदि घर से कुछ विशेष अशुभ वस्तुएं हटा दी जाएं, तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और भगवान गणेश का आशीर्वाद सदैव बना रहता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ ऐसे सामान होते हैं जो घर में नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं, इसलिए गणेश चतुर्थी से पहले इन्हें हटाना शुभ माना जाता है।
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खंडित या पुरानी मूर्तियां
वास्तु शास्त्र में खंडित या अत्यंत पुरानी मूर्तियों को घर में रखना अशुभ माना जाता है। ऐसी मूर्तियां न केवल नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती हैं, बल्कि ये जीवन में कई तरह की बाधाएं और परेशानियाँ भी ला सकती हैं। ये मूर्तियां दुर्भाग्य का सूचक मानी जाती हैं और घर आपकी सकारात्मकता कम कर सकती हैं। इसलिए, ऐसी मूर्तियों को श्रद्धा पूर्वक बहते पानी में विसर्जित करना बेहतर होता है। इससे घर की सकारात्मक ऊर्जा सुरक्षित रहती है और वातावरण स्वस्थ रहता है।
- खंडित मूर्तियां नकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ाती हैं।
- ये दुर्भाग्य का संकेत होती हैं।
- विसर्जन के लिए इन्हें श्रद्धापूर्वक बहते जल में प्रवाहित करना शुभ होता है।
- यह घर की सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने में सहायक है।
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बेकार और अनुपयोगी सामान
घर में जमा हुआ बेकार और अनुपयोगी सामान वास्तु के हिसाब से नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। यह न केवल घर में वास्तु दोष को जन्म देता है, बल्कि परिवार के सदस्यों के जीवन में भी कई बाधाएं उत्पन्न कर सकता है। कबाड़ या टूटा-फूटा सामान आर्थिक समस्याओं और पारिवारिक कलह का कारण भी बन सकता है। इसलिए, गणेश चतुर्थी के अवसर पर ऐसे सामान को घर से बाहर निकालना बहुत आवश्यक है ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे।
- जमा कबाड़ घर में आर्थिक तंगी का संकेत हो सकता है।
- यह परिवार के बीच विवाद और कलह को बढ़ावा देता है।
- गणेश चतुर्थी से पहले इन वस्तुओं को हटाना शुभ माना जाता है।
- इससे घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
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बंद घड़ियां
बंद पड़ी घड़ियां वास्तु के दृष्टिकोण से घर में प्रगति और समय के प्रवाह में रुकावट का संकेत होती हैं। जब घड़ी बंद रहती है, तो यह स्थिरता और ठहराव की भावना को जन्म देती है, जो जीवन में आगे बढ़ने में बाधक बन सकती है। इसलिए बंद घड़ियों को या तो ठीक करवा लेना चाहिए या गणेश चतुर्थी से पहले घर से हटा देना चाहिए, ताकि घर की ऊर्जा में बाधा न आए और जीवन में निरंतर उन्नति बनी रहे।
- बंद घड़ियां समय के थमने का प्रतीक हैं।
- यह जीवन को स्थिरता और ठहराव की ओर ले जाती हैं।
- इन्हें सुधारना या घर से हटा देना वांछनीय होता है।
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पुराने या फटे हुए कपड़े
बहुत पुराने या फटे हुए कपड़ों को घर में रखना वास्तु शास्त्र के अनुसार अशुभ माना जाता है क्योंकि ये भी नकारात्मकता को बढ़ावा देते हैं। ऐसे कपड़ों को दान करना या उचित तरीके से निपटाना चाहिए ताकि घर की ऊर्जा में सकारात्मकता बनी रहे। नया और साफ-सुथरा वातावरण बनाए रखने के लिए पुराने फटे कपड़ों को हटाना आवश्यक होता है, जिससे घर में सुख-शांति और सकारात्मकता का संचार होता है।
- पुराने और फटे कपड़ों को दान कर देना चाहिए।
- इन्हें निपटाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
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बेकार सामान और नकारात्मकता को दूर कर घर में लाएं बप्पा का आशीर्वाद
भगवान गणेश को प्रथम पूज्य देवता माना जाता है, इसलिए किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले उनकी पूजा करना अत्यंत आवश्यक होता है। हर वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को उत्साहपूर्वक गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इस वर्ष यह पर्व 27 अगस्त 2025, बुधवार को मनाया जाएगा। वास्तु शास्त्र में यह माना गया है कि घर में खंडित या बहुत पुरानी मूर्तियां रखना अशुभ फलदायी होता है, क्योंकि इससे जीवन में बाधाएँ और परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। इन मूर्तियों को श्रद्धापूर्वक बहते जल में प्रवाहित करना ही उचित माना जाता है।
गणपति स्थापना के पूर्व घर से बेकार और नकारात्मक वस्तुएं हटाने से वहां सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और बप्पा का आशीर्वाद सतत बना रहता है। घर में जमा बेकार सामान न केवल स्थान घेरता है, बल्कि यह नकारात्मक ऊर्जा को भी आकर्षित करता है। यदि आप इन वस्तुओं को हटाकर अपने घर को वास्तु के अनुसार शुद्ध और सकारात्मक वातावरण देंगे, तो बप्पा के आगमन का स्वागत सही तरीके से हो सकेगा।
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घर से इन चीज़ों को करें बाहर
गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर, घर की सफाई के साथ-साथ कुछ विशिष्ट वस्तुओं को बाहर निकालना अत्यंत आवश्यक माना जाता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है। आइए जानते हैं किन-किन वस्तुओं को आपको अपने घर से बाहर रखना चाहिए:
- खंडित मूर्तियां: किसी भी भगवान की टूट-फूट वाली मूर्ति को घर में रखना अशुभ होता है। ख़ासतौर पर गणेश जी की टूटी हुई प्रतिमा को घर में रखते रहना वास्तु दोष बन जाता है। इन मूर्तियों को श्रद्धा के साथ नदी या बहते जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।
- पुराना और टूटा-फूटा सामान: कबाड़ या जर्जर सामान घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जो आर्थिक तंगी का कारण भी बन सकता है। ऐसे सामान को गणेश स्थापना के पहले बाहर कर देना चाहिए।
- बंद घड़ियां: बंद हुई घड़ियाँ प्रगति में रुकावट लाने का संकेत मानी जाती हैं। घर में रुकी हुई घड़ियों को रखना शुभ नहीं होता। इन्हें या तो ठीक करवा लें या बाहर कर दें।
- ऐसी तस्वीरें जो उदासी दर्शाती हों: घर में उदासी, शोक या नकारात्मक भावों वाली तस्वीरें रखने से वातावरण पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसी तस्वीरों को हटा देना चाहिए।
- पुराने अखबार और अनुपयोगी कपड़े: फटे-पुराने कपड़े, बेकार पड़े अखबार और मैगजीन भी नकारात्मकता को बढ़ावा देते हैं। इन्हें दान देना या रीसायकल करवाना बेहतर होगा।
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सकारात्मकता के लिए करें ये उपाय
घर से नकारात्मक ऊर्जा को मिटाकर बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कुछ सरल और प्रभावशाली उपाय किए जा सकते हैं। ये उपाय घर के वातावरण को शुद्ध और सकारात्मक बनाते हैं:
- घर की साफ-सफाई: गणेश चतुर्थी से पहले घर को पूरी तरह साफ-सुथरा करें और घर में मांसाहार या तामसिक भोजन का सेवन करने से परहेज करें।
- ऊर्जावान बनाएं: घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए नीम की पत्तियों के पानी का छिड़काव या गौमूत्र का उपयोग करना बहुत लाभकारी होता है।
- प्राकृतिक तत्वों का प्रयोग: ताजे फूल, घर के पौधे और प्राकृतिक रोशनी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें ताकि घर का वातावरण खुशहाल और ऊर्जा से भरपूर रहे।
- मंत्रों का जाप: गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी के धार्मिक मंत्रों का जाप करना घर के वातावरण को पवित्र और शांतिपूर्ण बनाता है।
- शुभता का संचार: घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर स्वस्तिक या ओम का निशान बनाना भी वास्तु के अनुसार शुभ माना जाता है और शुभता लाता है।
इन सरल उपायों को अपनाकर आप अपने घर को सकारात्मक ऊर्जा से प्रवाहित कर सकते हैं और गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर बप्पा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
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इस खास लेख में हमने 27 अगस्त 2025 को होने वाली गणेश चतुर्थी के बारे में जाना। हमने यह भी सीखा कि गणपति स्थापना से पहले घर से कौन सी चीजें हटा देनी चाहिए ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे। गणेश चतुर्थी 2025 के पावन अवसर पर बप्पा को घर बुलाने की तैयारी के लिए यह जानकारी बहुत उपयोगी है।
Sources
[Source 1] – गणेश चतुर्थी 2023: जानें गणपति स्थापना की शुभ-अशुभ घड़ी और विधि
[Source 2] – धर्म न्यूज़ – ABP News
[Source 3] – Religion Latest News In Hindi – Amarujala.com