संतान सुख और कुल कल्याण हर परिवार की अनमोल इच्छा होती है। जब बात आती है संतान सुख कुल कल्याण की, तो विष्णु पूजन और गणेश पूजन जैसे चमत्कारी उपाय हमारे लिए आशा की किरण बनकर आते हैं। यह न केवल परिवार में सुख-शांति का वातावरण बनाते हैं, बल्कि जीवन की बाधाओं को भी दूर करते हैं। इसके अलावा, सूर्य को जल अर्पित करने की परंपरा भी बहुत महत्व रखती है, जो हमें आंतरिक संतुलन और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। जब हम इन उपायों को दिल से अपनाते हैं, तो लगता है जैसे हमारी खुशियों और समृद्धि की राहें खुद-ब-खुद खुलने लगती हैं। ऐसे सरल और प्रभावशाली कर्म हमारे जीवन में आध्यात्मिक सुख तो देते ही हैं, साथ ही मनोबल और उम्मीदों को भी ताजा करते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि कैसे ये पुरातन परंपराएं आज भी हमारे जीवन को बेहतर बना सकती हैं? संतान सुख कुल कल्याण के लिए विष्णु पूजन, गणेश पूजन और सूर्य को जल देने की ये विधियाँ हमारे जीवन में चमत्कार ला सकती हैं। आइए, इनके बारे में और जानें और अपने जीवन में सुख-शांति की इस सुंदर यात्रा को शुरू करें।
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संतान योग एवं कुल-कल्याण के लिए विष्णु/गणेश पूजन
हर विवाहित जोड़े का दिल की गहराई से यही इच्छा होती है कि उनके घर में संतान की खुशियों की गूंज सुनाई दे। यदि आप भी संतान सुख की प्राप्ति की कामना रखते हैं या अपने कुल के उज्जवल कल्याण की आकांक्षा करते हैं, तो भगवान विष्णु और गणेश जी के पूजन से आपको विशेष लाभ मिल सकता है। यह पूजा न केवल संतान प्राप्ति के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करता है, बल्कि आपके परिवार में सुख, समृद्धि और सकारात्मकता भी बढ़ाता है। साथ ही, प्रतिदिन सूर्य देव को जल चढ़ाना स्वास्थ्य और परिवार के कल्याण के लिए बेहद उपयोगी माना गया है।
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संतान प्राप्ति हेतु विष्णु पूजन
भगवान विष्णु को सृष्टि के पालनहार के रूप में पूजा जाता है। उनकी अनुकम्पा से संतान प्राप्ति के योग मजबूत होते हैं। यदि आप संतान सुख की कामना के साथ विष्णु पूजन करना चाहते हैं, तो कुछ विशेष विधियों का पालन कर सकते हैं जिससे आपके प्रयास अधिक फलदायी होंगे:
- विष्णु सहस्रनाम का पाठ: नियमित रूप से विष्णु सहस्रनाम का जाप करने से मन की शुद्धि होती है और संतान प्राप्ति में सहायता मिलती है।
- पीले वस्त्र पहनें: पूजन के दौरान पीले वस्त्र धारण करना शुभफलदायी माना गया है।
- मंत्र जाप करें: ‘ॐ नमः भगवते वासुदेवाय’ या ‘ॐ श्री विष्णवे नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करने से मनोकामना पूरी होती है।
- भोग अर्पित करें: भगवान विष्णु को माखन-मिश्री या केले का भोग लगाना अत्यंत शुभ होता है।
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कुल-कल्याण के लिए गणेश पूजन
सभी शुभ कार्यों की शुरुआत भगवान गणेश की पूजा से की जाती है क्योंकि वे विघ्नों के हरने वाले देवता हैं। कुल-कल्याण, बाधाओं का विनाश और घर में सुख-शांति बनाए रखने हेतु गणेश पूजन का विशेष महत्व है। इस पूजा को करने से परिवार में समरसता और सफलता आती है। निम्न उपाय आपके गणेश पूजन को अधिक फलदायी बनाएंगे:
- दूर्वा अर्पण: भगवान गणेश को दूर्वा अत्यंत प्रिय है, इसलिए पूजा में दूर्वा का समर्पण अवश्य करें।
- ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र: इस मंत्र का जाप करने से सभी विघ्न बाधाएं दूर होती हैं।
- मोदक का भोग: गणेश जी को मोदक या लड्डू का भोग लगाने से उनकी प्रसन्नता बढ़ती है।
- सिंदूर चढ़ाना: गणेश जी को सिंदूर चढ़ाने से वे अत्यंत प्रसन्न होते हैं और अनुकूल आशीर्वाद देते हैं।
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सूर्य को जल चढ़ाना
सूर्य देव की उपासना से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और स्वास्थ्य में सुधार होता है। प्रतिदिन सूर्योदय के समय तांबे के लोटे से जल अर्पित करना चाहिए। इस जल में रोली और अक्षत डालकर सूर्य मंत्र का जाप करते हुए अर्घ्य समर्पित करें। यह सरल लेकिन प्रभावशाली उपाय न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, बल्कि जीवन में नई ऊर्जा और जोश का संचार करता है। 9/3/2025 के अनुसार इस प्रक्रिया को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप संतान योग और कुल-कल्याण दोनों पा सकते हैं।
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सूर्य को जल चढ़ाकर सुख-शांति की परंपरा
सनातन धर्म में सूर्य देव को प्रत्यक्ष रूप में पूज्य माना गया है। उनके प्रति जल अर्पित करना एक अत्यंत पूवनीय और शुभ कार्य है, जो न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि स्वास्थ्य और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी लाभकारी माना जाता है। इस पवित्र प्रवृत्ति से जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह उत्पन्न होता है, जो हमारे दैनिक व्यवहार और मानसिक संतुलन के लिए अत्यंत आवश्यक है।
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सूर्य को जल चढ़ाने की विधि और महत्व
सूर्य देव को जल अर्पित करने के लिए एक विशिष्ट प्रक्रिया का पालन करना आवश्यक होता है, जिससे हम इसके सम्पूर्ण आध्यात्मिक और स्वास्थ्य लाभ उठा सकें। सूर्योदय के समय ताजी सुबह स्नान कर ताज़े मन से, तांबे के लोटे में स्वच्छ जल लेकर उसमें रोली, चावल, फूल तथा यदि संभव हो तो थोड़ा गुड़ या मिश्री मिलाएं। इसके बाद लोटे के मुख पर लाल धागा बांधना शुभ परंपरा का हिस्सा है।
- सूर्य मंत्र का जाप करते हुए या केवल सूर्य देव का ध्यान लगाते हुए, जल को धीरे-धीरे सूर्य की ओर अर्पित करें।
- यह जल अर्पित करते समय सूर्य की पहली किरणों से स्नान करना अत्यंत लाभदायक माना जाता है।
- जल की निरंतर धारा से सूर्य देव की ओर दृष्टि रखकर उनका निरीक्षण करें, जो आँखों के लिए भी अत्यंत हितकारी होता है।
- इस दौरान मानसिक रूप से सकारात्मक सोचें और जीवन में सुख-शांति की कामना करें।
इस प्रकार यह विधि न केवल आध्यात्मिक रूप से मन को शुद्ध करती है, बल्कि हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभदायक है।
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घर में संतान योग और कुल-कल्याण हेतु उपाय
यदि किसी परिवार में संतान प्राप्ति में बाधाएं आ रही हों या कुल के कल्याण की विशेष इच्छा हो, तो यह परंपरा अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होती है। घर में संतान योग एवं कुल-कल्याण के लिए विष्णु और गणेश जी का पूजन करें एवं साथ ही सूर्य को जल चढ़ाने का विशेष प्रयास बनाएं। इस नियमित पूजा-पाठ से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मनोइच्छित फल प्राप्त होते हैं।
- विष्णु पूजन: भगवान विष्णु को सृष्टि के पालनहार के रूप में माना जाता है, उनकी पूजा से संतान प्राप्ति और कुल की समृद्धि संभव होती है।
- गणेश पूजन: किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत में गणेश जी की आराधना विघ्नों को दूर करती है और कार्य सफल बनाती है।
- सूर्य को जल अर्पण: सूर्य देव के तेजस्वी और स्वास्थ्यवर्धक प्रभावों को पाने के लिए जल अर्पित करना अत्यंत लाभकारी रहता है।
- नियमितता: इन सब उपायों को विशेष रूप से सूर्योदय के समय नियमित रूप से करते रहना चाहिए, जिससे स्थायी सकारात्मक प्रभाव स्थापित होता है।
यह उपाय हमें प्रकृति के निकट ले जाता है और हमारे जीवन में संतुलन, सुख-शांति, परिवारिक समृद्धि एवं कुल कल्याण सुनिश्चित करता है।
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हमें खुशी है कि आपने संतान सुख और कुल कल्याण के लिए ये चमत्कारी उपाय पढ़े। भगवान विष्णु और गणेश जी के पूजन के साथ-साथ सूर्य को जल चढ़ाने से आपके जीवन में खुशियाँ और समृद्धि अवश्य आएगी। आशा है कि ये जानकारी आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी!
Sources
[Source 1] – धर्म कर्म – AajTak
[Source 2] – Religion Latest News In Hindi – Amarujala.com
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