पूजा की राख: 5 दिव्य गुण, फेंकना बंद करें!

Divya ash: 5 qualities, don't discard! पूजा की राख दीपक की राख धूपबत्ती की राख पूजा सामग्री राख के फायदे

पूजा की राख, दीपक की राख, और धूपबत्ती की राख को पूजा सामग्री के आधार पर बहुत पवित्र माना जाता है। अक्सर पूजा के बाद ये बची हुई राख फेंक दी जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे जुड़ी कुछ खास बातें हैं जिनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है? कई बार हम अनजाने में पूजा की राख को फेंक देते हैं, जबकि इसके कई अद्भुत फायदे भी होते हैं। ये राख न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके उपयोग से हमारी आत्मा और घर दोनों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। पूजा की राख के फायदे जानना और उसे सही तरीके से संभालना हर किसी के लिए जरूरी है। क्या आपने कभी सोचा है कि पूजा के बाद दीपक की राख फेंकना सही है या नहीं? और अगर नहीं, तो इसे रखने का सही तरीका क्या है? यह जानना दिलचस्प और लाभकारी दोनों हो सकता है। आइए, पूजा की राख से जुड़े इन दिव्य गुणों को समझते हैं ताकि हम अपनी पूजा सामग्री का सही सम्मान कर सकें और अपनी आध्यात्मिकता को और भी बढ़ा सकें।

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पूजा के बाद दीपक की राख फेंकना: कहीं आप कर रहे हैं बड़ी गलती?

हिंदू धर्म में पूजा और धार्मिक अनुष्ठान का अत्यंत महत्व है, जिसमें उपयोग होने वाली वस्तुएं भी अत्यंत पवित्र मानी जाती हैं। रोली, अक्षत, फल, फूल और नारियल जैसे वस्त्रों के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। पूजा के दौरान दीपक और धूपबत्ती जरुर जलाए जाते हैं, और पूजा समाप्ति के बाद अक्सर लोग बची हुई राख या जली हुई बत्ती को नज़रअंदाज़ कर फेंक देते हैं। यदि आप भी पूजा के बाद बची राख फेंक देते हैं, तो यह एक बड़ी गलती हो सकती है। क्या आपने कभी सोचा है कि पूजा के बाद बची हुई राख और बत्ती का सही तरीके से क्या करना चाहिए? क्यों कहा जाता है कि पूजा के बाद राख फेंकना अशुभ हो सकता है?

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पूजा के बाद बची राख और बत्ती का क्या करें?

पूजा के बाद बची हुई धूपबत्ती की राख और दीपक की जली हुई बत्ती को सीधे फेंक देना उचित नहीं माना जाता। यह पवित्र सामग्री है, इसलिए इसका सम्मानपूर्वक निपटान करना आवश्यक है। सबसे लोकप्रिय और शुभ तरीका यह है कि आप इसे किसी पवित्र पेड़ के नीचे रख दें। इससे न केवल इन वस्तुओं का सम्मान होता है, बल्कि इससे कई शुभ परिणाम भी प्राप्त होते हैं।

  • पेड़ के पास रखें: पूजा समाप्ति के बाद बची हुई राख और बत्ती को किसी पवित्र पेड़ के नीचे रख देना चाहिए।
  • कर्ज से मुक्ति: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस राख को पेड़ के नीचे रखने से व्यक्ति को आर्थिक कर्ज से राहत मिलती है।
  • शुभ फलों की प्राप्ति: यह प्रक्रिया घर में शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाती है, जिससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
  • अन्य उपाय: कई लोग इस राख को माथे पर तिलक के रूप में भी लगाते हैं, जिसे अत्यंत शुभ माना जाता है। आप इसे किसी गमले में लगे पौधे के नजदीक भी रख सकते हैं, ताकि यह प्राकृतिक चक्र में शामिल हो जाए।

इस प्रकार, पूजा के बाद बची सामग्री को असंवेदनशीलता से फेंकने के बजाय उसे प्रकृति में वापस लौटाना एक श्रेष्ठ पूजा विधि है। यह न केवल धार्मिक परंपराओं का सम्मान करता है बल्कि पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी को भी प्रदर्शित करता है।

Source: धर्म न्यूज़ – ABP News

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पूजा की राख और बत्ती का ये दिव्य गुण, जो आपको कभी फेंकने नहीं देगा

हिंदू धर्म में पूजा-पाठ की सामग्री को अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। पूजा के दौरान रोली, अक्षत, फल, फूल और नारियल का विशेष उपयोग किया जाता है, जो पूजा की पूर्णता के लिए आवश्यक होते हैं। इसके साथ ही, मंत्रोच्चारण के बीच धूपबत्ती और दीया जलाना भी आम प्रथा है। लेकिन पूजन के बाद इस पूजा सामग्री से बची राख और जली हुई बत्ती को अक्सर लोग बेकार समझकर फेंक देते हैं। क्या आप जानते हैं कि ये एक बड़ी भूल हो सकती है क्योंकि इन वस्तुओं में दैवीय शक्ति समाहित होती है?

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पूजा के बाद बची राख और जली बत्ती का क्या करें?

पूजा समाप्ति के बाद धूपबत्ती की राख और दीपक की जली हुई बत्ती को फेंकना शास्त्रों के अनुसार ठीक नहीं माना जाता। वैज्ञानिक और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन वस्तुओं में सकारात्मक और दैवीय ऊर्जा विद्यमान रहती है। इसीलिए इन्हें फेंकने के बजाय उचित स्थानों पर रखकर उनकी महत्ता को बनाए रखना चाहिए।

  • पेड़ के पास रखें बची राख और बत्ती: पूजा के बाद बची हुई धूपबत्ती की राख और दीपक की बत्ती को किसी पेड़ के नीचे छिपाकर रखना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से कर्ज जैसी परेशानियों से राहत मिलती है और शुभ फल प्राप्त होते हैं।
  • राख को गमले में डालें: यदि आपके घर में पौधे हैं तो आप राख को उनके गमलों में डाल सकते हैं। यह राख पौधों के लिए प्राकृतिक खाद का कार्य करती है, जिससे पौधों की वृद्धि में सहायता मिलती है।
  • अशुभता से बचाव: पूजा के बाद बचे राख को गलत तरीके से फेंकना अशुभ माना जाता है। सही विधि से राख का इस्तेमाल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में सहायक होता है और घर में सुख-शांति बनाए रखता है।

शास्त्रों में पूजा सामग्री का अपमान करना वर्जित है। इसलिए, पूजन के बाद बची राख और जली हुई बत्ती को फेंकने के बजाय किसी पवित्र स्थान या पेड़ के नीचे रखना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और नकारात्मक प्रभाव कम होता है।

Source: Religion Latest News In Hindi – Amarujala.com

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हमें खुशी है कि आपने पूजा की राख के दिव्य गुणों और इसके सही इस्तेमाल के बारे में जाना। पूजा की राख और दीपक की राख को फेंकने के बजाय, प्रकृति को लौटाना या माथे पर लगाना, दोनों ही बहुत शुभ माने जाते हैं। उम्मीद है, आप आगे से पूजा सामग्री का सम्मान करेंगे। आपका दिन मंगलमय हो!

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